EPFO की ढिलाई या साजिश? कंपनियों को PF डिफॉल्ट की छूट, कर्मचारियों को नुकसान और पेंशन का इंतजार.
लेखक: अवधेश कुमार
देश के करोड़ों कर्मचारियों के भविष्य की गारंटी माने जाने वाले EPF (Employees' Provident Fund) में एक बेहद चिंताजनक खेल चल रहा है—और यह खेल चलता है EPFO की चुपचाप मिली छूट से।
कैसे होती है शुरुआत?
कई कंपनियाँ महीनों तक कर्मचारियों के PF (भविष्य निधि) का पैसा समय पर जमा नहीं करतीं। EPFO सब कुछ जानते हुए भी चुप रहता है—न कोई अलार्म, न कोई नोटिस, न ही कर्मचारियों को कोई सूचना।
फिर अचानक क्या होता है?
कंपनियों पर भारी ब्याज और जुर्माना लगाया जाता है। EPFO उन कंपनियों से करोड़ों की वसूली करता है—लेकिन ध्यान दीजिए, इस ब्याज या जुर्माने का एक भी पैसा कर्मचारियों को नहीं दिया जाता।
कर्मचारी भुगतते हैं असली नुकसान:
PF में जमा ना होने से ब्याज का घाटा
निकासी में देरी
पेंशन में रुकावट और क्लेम अटक जाना
रिटायर्ड कर्मचारियों की मासिक पेंशन तक रोक दी जाती है
उठता है:सवाल
1. EPFO कंपनियों को PF जमा न करने की छूट क्यों देता है?
2. कर्मचारियों को देरी की सूचना क्यों नहीं दी जाती?
3. जुर्माने और ब्याज से कर्मचारियों को मुआवजा क्यों नहीं?
निष्कर्ष:
EPFO को सिर्फ ब्याज वसूलने वाली संस्था नहीं, बल्कि कर्मचारियों के भविष्य की सुरक्षा करने वाली संस्था बनना होगा। वरना ये "चुपचाप देरी की इजाजत, बाद में वसूली का ड्रामा"—लाखों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ है।
प्रस्तावित सुझाव ,EPFO सुधार हेतु:
EPFO को सभी नियोक्ताओं (कंपनियों) के द्वारा कर्मचारियों के PF जमा की स्थिति की त्रैमासिक (Quarterly) निगरानी करनी चाहिए, और सिस्टम-जनित स्वत: कार्रवाई लागू करनी चाहिए।
मुख्य बिंदु:
1. त्रैमासिक निगरानी (Quarterly Monitoring):
प्रत्येक तिमाही में कंपनी द्वारा EPF जमा की गई राशि का स्वतः ऑडिट किया जाए।
यदि किसी कर्मचारी के लिए PF जमा नहीं हुआ है, तो अलर्ट स्वतः जनरेट हो।
2. सिस्टम-जनित चेतावनी और कार्रवाई:
पहले स्तर पर ऑटोमैटिक ईमेल/एसएमएस चेतावनी कंपनी और कर्मचारी दोनों को भेजी जाए।
दूसरा स्तर: 15 दिनों के भीतर जमा न करने पर स्वतः पेनल्टी चालान जनरेट हो।
तीसरा स्तर: लगातार दो तिमाही डिफॉल्ट पर EPFO की ओर से कानूनी नोटिस और FIR प्रक्रिया शुरू हो।
3. कर्मचारियों को रियल टाइम अपडेट:
एक EPFO मोबाइल ऐप या SMS सिस्टम होना चाहिए जो हर PF जमा की सूचना कर्मचारी को तुरंत दे।
4. ब्याज नुकसान की भरपाई:
अगर PF समय पर जमा नहीं हुआ, तो कंपनी द्वारा ब्याज नुकसान की भरपाई की बाध्यता होनी चाहिए।
इससे क्या लाभ होगा?
कर्मचारियों का भरोसा बढ़ेगा.
कंपनियों पर नैतिक और कानूनी दबाव बनेगा.
EPFO की छवि एक निष्पक्ष और कर्मचारी हितैषी संस्था के रूप में उभरेगी.
लेबर लॉ का डिजिटलीकरण और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी.

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