बोलिंजर बैंड्स का इतिहास और महत्व के साथ-साथ इसमें RSI और MACD को कैसे उपयोग करें
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बोलिंजर बैंड्स का इतिहास और महत्व के साथ-साथ इसमें RSI और MACD को कैसे उपयोग करें — इसका विस्तृत हिंदी विवरण मिल रहा है:
बोलिंजर बैंड्स: इतिहास, महत्व और RSI व MACD के साथ उपयोग
1. बोलिंजर बैंड्स का इतिहास
- निर्माता: जॉन बोलिंजर (John Bollinger)
- विकास वर्ष: 1980 के दशक में
- उद्देश्य: बाज़ार की अस्थिरता (volatility) को मापने और संभावित कीमतों की दिशा का अनुमान लगाने के लिए
2. बोलिंजर बैंड्स की संरचना
- मध्य बैंड: 20-दिन की साधारण मूविंग एवरेज (20 SMA)
- ऊपरी बैंड: मध्य बैंड + 2 × स्टैंडर्ड डिविएशन
- निचला बैंड: मध्य बैंड − 2 × स्टैंडर्ड डिविएशन
3. महत्व और ट्रेडिंग रणनीति (RSI और MACD के साथ)
A. ट्रेंड फॉलोइंग (Trend Following Strategy)
इशारा: जब कीमत लगातार ऊपरी बैंड के पास ट्रेड कर रही हो और RSI 55-70 के बीच हो।
MACD:
- MACD लाइन सिग्नल लाइन से ऊपर होनी चाहिए।
- हरे MACD histogram बढ़ रहे हों।
ट्रेड एक्शन:
- Buy करें जब ऊपर की ओर ब्रेकआउट हो, और RSI साथ दे।
- Sell करें जब नीचे की ओर गिरावट हो, RSI 30–45 पर हो, और MACD क्रॉसओवर दिखाए।
B. ट्रेंड रिवर्सल (Reversal Strategy)
Buy Setup:
- कीमत निचले बैंड को छू रही हो या नीचे बंद हो रही हो
- RSI < 30 (oversold)
- MACD में बुलिश क्रॉसओवर
Sell Setup:
- कीमत ऊपरी बैंड को छू रही हो या ऊपर बंद हो रही हो
- RSI > 70 (overbought)
- MACD में बेयरिश क्रॉसओवर
C. बोलिंजर बैंड स्क्वीज़ (Bollinger Band Squeeze Breakout)
इशारा: जब बैंड्स बहुत संकुचित हो जाएं (low volatility)
RSI:
- RSI > 55: संभावित ऊपर की ब्रेकआउट
- RSI < 45: संभावित नीचे की ब्रेकआउट
MACD:
- MACD लाइन ब्रेकआउट दिशा में क्रॉस कर रही हो
ट्रेड एक्शन:
- ब्रेकआउट कैंडल के साथ एंट्री करें
- RSI और MACD दोनों पुष्टि करें
4. निष्कर्ष
बोलिंजर बैंड्स अकेले भी शक्तिशाली हैं, लेकिन जब आप RSI और MACD को मिलाकर उपयोग करते हैं, तो:
- फॉल्स सिग्नल कम होते हैं,
- और विश्वसनीयता बढ़ जाती है।

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